अनुयोग!
अनुयोग Four expositions of Jaina scriptures. जैनागम के चारों भाग चार अनुयोग कहलाते हैं .प्रथमानुयोग,करणानुयोग,चरणानुयोग तथा द्रव्यानुयोग ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अनुयोग Four expositions of Jaina scriptures. जैनागम के चारों भाग चार अनुयोग कहलाते हैं .प्रथमानुयोग,करणानुयोग,चरणानुयोग तथा द्रव्यानुयोग ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अपर्याप्त Insufficient, Inadequate. पूर्ण न होना ,जो पर्याप्तियों को पूर्ण न करे ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अनुभाग सत्त्व State of energy bond in soul. अनुभाग बांध का आत्मा में अवस्थित रहन ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अपर्याप्तनाम-कर्मप्रकृति A type of karmic nature causing hindrance in the completion of 6 Paryaptis of body. आहार,शरीरी,इन्द्रिय,श्वासोच्छ्वास,भाषा और मन इन ६ पर्याप्तियों को जिस नामकर्म के उदय से पूर्ण न किया जाये।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अपसरण Regression. घटना-विशुद्धता की वृद्धि से स्थितिबंध का क्रम से घटना स्थतिबंधापसरण है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अपवाद मार्ग Exceptional way. असमर्थ जनों द्वारा शुद्ध आत्मभावना के सहकारीभूत प्रासुक आहार,ज्ञान व उपकरण आदि ग्रहण करने का आचरण करना अथवा मुनियों की उत्कृष्ट चर्यारूप उत्सर्ग मार्ग से भिन्न स्थविरकल्पी मुनियों की सराग चर्या.अपर्नाम-अपवाद,व्यव्हारनय,एकदेशत्याग,अपहृत संयम ,सराग चारित्र,शुभोपयोग।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अनुलोम Natural or regular order. सामान्य की मुख्यता तथा विशेष की गौणता करने से जो अस्तिनास्तिरूप वस्तु प्रतिपादित हटी है उसको अनोलोम क्रम कहते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]