अर्चिमालिनी!
अर्चिमालिनी Name of a heavenly aboding place. ९ अनुदिश विमानों म एदूसरा विमान ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अर्चिमालिनी Name of a heavenly aboding place. ९ अनुदिश विमानों म एदूसरा विमान ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
मोक्ष–Moksh. State of salvation or liberation. समस्त [[कर्मो]] से रहित [[आत्मा]] की परम शुद्ध अवस्था” [[जैन]] [[धर्म]] में मोक्ष का अर्थ है [[पुद्ग़ल]] कर्मों से मुक्ति। [[जैन]] [[दर्शन]] के अनुसार मोक्ष प्राप्त करने के बाद [[जीव]] ([[आत्मा]]) जन्म मरण के चक्र से निकल जाता है। सभी [[कर्मों]] का नाश करने के बाद मोक्ष की प्राप्ति…
परमेष्ठी The supreme soul (as Lord Arihant, Siddha, Acharya, Upadhyaya & Sadhu). जो [[इन्द्र]], [[चन्द्र]], [[धरणेन्द्र]] के द्वारा वन्दित ऐसे परमपद में तिष्ठते हैं ऐसे [[अरहंत]], [[सिद्ध]], [[आचार्य]], [[उपाध्याय]], [[साधु]] [[परमेष्ठी]] कहलाते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आचार्य 36 गुण सहित [[दिगम्बर]] [[जैन]] [[मुनि]] जो साधुओं को [[दीक्षा]]-शिक्षा देकर चारित्र आचरण कराते हैं एंव 5 प्रकार का आचार स्वंय पालते हैं। [[श्रेणी:शब्दकोष]] [[श्रेणी:आचार्य]]
दिगम्बर दिगम्बर= दिक् + अम्बर अर्थात दिशायें हि जिनके वस्त्र है। दिगम्बर मुनि निर्वस्त्र होते हैं, पड्गाहन करने पर एक बार खडे होकर हाथ में ही आहार लेते है मात्र पिछी कमण्ड्लु रखते है पैदल चलते है। वर्तमान में जैन समाज में दो मुख्य संप्रदाय हैं, एक दिगंबर और दूसरा श्वेतांबर। दिगंबर (दिशा ही जिसका…
सनी चौहान बिना वैचारिक स्वतंत्रता के बुद्धि जैसी कोई चीज नहीं हो सकती अपनी आजादी के तमाम ताम झाम बनाने वाला इंसान हर दिन और अधिक गुलाम होता जा रहा है ” मानसिक गुलामी कितनी खतरनाक हो सकती है यह हम उस तोते से समझ सकते है , जिसे शुरुआत से ही पिंजड़े में बंद…