सुगन्ध!
सुगन्ध – Sugandha. Sweet smelling, fragrance, aroma, Name of a protecting deity of southern Arunabhas island. Name of a protecting peripatetic deity of Arun Ocean. खुशबू , दक्षिण अरूणाभाश द्वीप का रक्षक देव ।
सुगन्ध – Sugandha. Sweet smelling, fragrance, aroma, Name of a protecting deity of southern Arunabhas island. Name of a protecting peripatetic deity of Arun Ocean. खुशबू , दक्षिण अरूणाभाश द्वीप का रक्षक देव ।
सिद्धांतसार – Siddhantasar Name of a treatise written by Bhavsen traividya. भावसेन त्रैविद्य (ई0 श0 13 मध्य) कृत 700 श्लोक प्रमाण ग्रन्थ, जिस पर प्रभाचंद्र नं0 6 (ई0 श0 13 उत्तरार्ध) कृत एक कन्नड़ टीका है।
सुखोदय क्रिया -Sukhodaya Kriyaa. One of the 53 auspicious activities (related to obtaining heavenly state of Indra). गर्भान्वय की 53 क्रियाओं में इन्द्र पद की प्राप्ति कराने वाली 36 वीं क्रिया । इस क्रिया से पुण्यात्मा श्रावक इन्द्र के समान योग्य सुख भोगते हुए देवलोक में रहता है।
सिरिवालचरिउ – Sirivalcariu. The tale of Shripal-Maina-sundri written by poet Raidhu, Name of an Apabhransh book written by poet Raidhu, Name of an apabhransh book Brahma Damodar. कवि रइधु (वि0 1457-1556) कृत श्रीपाल-मैना सुंदरी आख्यान, कवि ब्रहम दामोदर (वि0 श0 16 उत्तरार्ध) कृत अपभ्रंश काव्य ।
सुखानुभूति – Sukhanubhuti. Feeling of Joy. सुख का अनुभव होना, समस्त रागादि विकल्पोपाधि रहित निश्चय मोक्ष मार्ग के अनेक पर्यायवाची नामों में एक नाम ।
सुदर्शन (स्वर्ग) -Sudarshana (Swarga). The firs of the nine Graiveyaks (heavenly places). नव ग्रैवेयक में प्रथम ग्रैवेयक ।
सुखानुबन्ध – Sukhanubandha. To remember the past pleasures of life (an infraction of the vow of holy death). सल्लेखना व्रत के 5 अतिचारों में एक अतिचार, पहले भोगे हुए सुखों का स्मरण कराना ।
सुचरित्र मिश्र – Sucharita Misra. Name of a commentator of Mimansa Philosophy. मीमांशा दर्शन के टीकाकार । इन्होंने श्लोकवार्तिक की टीका लिखी है।
सुखेन्द्रकीर्ति – Sukhendra kirti. Name of a Bhattarak of Nandi group. नंदिसंघ बलात्कारगण चित्तौड गददी के एक भटटारक । (समय वि0 1859) सुरेन्द्रकीर्ति के शिष्य ।
सुख – Sukha. Bliss, joy, enjoyment, beatitude. मन की संतुष्टि । सुख दो प्रकार का होता है – लौकिक सुख और पारमार्थिक सुख ।