माघनंदि!
माघनंदि –Maaghanandi. Name of an Acharya who was the disciple of Acharya Arhadvali. आचार्य अर्हद्वली के शिष्य एवं धरसेन स्वामी के समकालीन एक आचार्य ” इनके अलावा इस नाम से और भी आचार्य हुए है “
माघनंदि –Maaghanandi. Name of an Acharya who was the disciple of Acharya Arhadvali. आचार्य अर्हद्वली के शिष्य एवं धरसेन स्वामी के समकालीन एक आचार्य ” इनके अलावा इस नाम से और भी आचार्य हुए है “
माधुकरी भिक्षावृत्ति– Madhukari Bhikshavratti Food accepting by saints without causing any trouble to others. भ्राम्री वृत्ति; भौरे जिस तरह पुष्पों को कष्ट दिए बिना रस लेते है, वेसे साधु आहार लेते हुए दाता को कष्ट नई देते है” इसलिए इनकी आहार चर्या माधुकरी भिक्षावृत्ति कहलाती है
मातंगी विध्या–Matangi Vidya. Name of a super power. मातंग विघधारो की विद्या का नाम” अक्रकीर्ति के पुत्र अमिततेज को सिद्ध विधओं में एक विध्या
माधवानंद– Madhavanand Name of a commentary writter of Dvisandhan Kavya. द्विसंधन काव्य टीका के कर्ता”
मातृका– Matraka The Alphabets. अकारादि 16 स्वर और ककरादि 33 व्यंजन पूर्ण मातृका है”अथवा वर्णमाला की बारह खड़ी”
मानस– Maanas. Mental thought, A synonym of mind or thought. मन में उत्तपन हुए चिन्ह को मानस कहते है” मन का अपर नाम” मन से संमंध रखने वाला, मानसिक”
मानस आहार–Maanas Aahar A type of super food enjoyed by deities. आहार का एक प्रकार” देवो को आहार की इच्छा होते ही कंठ में अमृत झरने लगता है” यह मानस आहार कहलाता है”
माध्यस्थता– Madhyasthata. See – Madhyastha. देखे–माध्यस्थ” समता, उपेक्षा, वैराग्य, साम्य, माध्यस्थ आदि शब्द एकार्थवाची है”
माध्व वेदांत– Madhava Vedanta. A philosophy of dualism. द्वेतवाद; अनेक तत्व मानने से भेदवादी कहलाता है, ई.श. 12–13 में माध्व देव द्वारा इस मत का जाना हुआ, न्याय सुधा व पदार्थ संग्रह इसके मुख्य ग्रन्थ है”