सिद्धान्त शास्त्र!
सिद्धान्त शास्त्र – Sinddhanta Sastra. See- Siddhamta. देखे – सिद्धांत ।
सिद्धान्त शास्त्र – Sinddhanta Sastra. See- Siddhamta. देखे – सिद्धांत ।
सिद्धांत ग्रंथ- Siddhanata Gramtha. The great Jaina taxts dealing with the fundamentals of Jaina philosophy. षट्खडागम, महाबंध, कषायपाहुड़ आदि सूत्र रूप जिनागम सिद्धांत ग्रथ है। जिन ग्रंथों के अंत में सिद्धपद का वर्णन गर्भित हो वे सिद्धांत ग्रंथ कहलाते है। इस व्याख्या अनुसार चारों अनुयोग भी सिद्धांत ग्रंथ कहे जा सकते है।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] सिद्धकेवली – Siddhakevali. ज्ीम ेंसअंजमक ेवनसए जीम ेंसअंजमक वउदपेबपमदजण् सिद्ध जीवों को सिद्ध केवली कहते है।
सिंहसेन – Singhsena. Father’s name of Jaina-loard anantnath, The prime chief disciple of Lord Ajitnath. तीर्थकर अनंतनाथ के पिता, तीर्थकर अजितनाथ के प्रथम गणधर का नाम ।
सिंहनांदपुर – Simhanadapura. Another name of Sinhapuri which is the birth place of Lord Shyreyansanath. तीर्थकर भगवान श्रेयांसनाथ की जन्म नगरी, सिंहपुरी का अपर नाम ।
सिंधु कूट- Sindhu Kuta. Name of the summit of sindhu kund. सिंधु कूट में स्थित एक कूट का नाम ।
सिद्धांताचार वाचन क्रिया – Siddhanatacara Vacana Kriya. A procedural observance of relitious eulogical prayers. सिद्धांत एवं आचार ग्रंथ के स्वाध्याय के समय किया जाने वाला एक कृतिकर्म; सर्वप्रथम सिद्ध-श्रुत भक्ति करके सिद्धांत ग्रंथ की स्थापना करना, फिर श्रुत भक्ति के आचार्य भक्ति करके स्वाध्याय करना तथा अंत में श्रुत व शांति भक्ति पढ़कर स्वाध्याय समापन…
सिंहासन – Simhasana. A throne, The 12th dream-mark of Tirthankar’s (Jaina-Lord’s) mother among all 16dream-marks, One of the eight auspicious emblems of Lord Arihant. तीर्थकर की माता के 16 स्वप्नों में 12वां स्वप्न, अर्हत के 8 प्रतिहार्यो में एक प्रतिहार्य ।
सिद्धचक्र विधान – Siddhacakra Vidhana. A great auspicious specific methodical worshipping of Lord Siddha composed by Pandit Santlal & Ganini Shri Gyanmati Mataji. सिद्धों के गुणों का वर्णन करने वाला एक पूजा विधान जिसे करके मैना सुंदरी ने अपने पति श्रीपाल का कुष्ट रोग दूर किया था, पंडित संतलाल (ई0ष0 17-18) द्वारा भाषा छन्दों में…