सोमयष!
सोमयश – Somayasa. The grandson of Lord Rishavhdev, the son of Lord Bahubali. भगवान वृषभदेव का पौत्र एवं बाहुबलि का पुत्र, सोमवंष अर्थात चन्द्रवंष की स्थापना इसी के नाम पर हुई थी ।
सोमयश – Somayasa. The grandson of Lord Rishavhdev, the son of Lord Bahubali. भगवान वृषभदेव का पौत्र एवं बाहुबलि का पुत्र, सोमवंष अर्थात चन्द्रवंष की स्थापना इसी के नाम पर हुई थी ।
सेवा – Seva Service, worship, homage. परिचर्या, पूजा, सम्मान, दासता । शुद्धात्म भावना की सहकारीकारण उपासना सेवा है।
स्तनदृष्टि – Stanadrsti Standing with down –bent nac, an infraction of meditative relaxation. कयोत्सर्ग सम्बन्धी 18 दोषो में एक दोष ।स्तन की ओर दृष्टि देकर खडे होना ।
सुसिद्धार्थ – Susiddhaartha. The spiritual teacher of the 9th Balbhadra Balram. 9वें बलभद्र बलराम के गुरू ।
सेना -Senaa. Army, Mother’s name of Lord Sambhavanath, Name of the chief Aryika (Ganini) in the assembly of Lord Vasupujyanath. हाथी, घोडा, रथ और प्यादे ये सेना के 4 अंग कहे गये है, तीर्थकर संभवनाथ की जननी सुषेणा का अपरनाम, तीर्थकर वासुपूज्यनाथ की मुख्य आर्यिका (गणिनी) सेनार्या का अपरनाम ।
सूरदत्त -Suradatta. Name of the 9the chief disciple of Lord Rishabhdev. भगवान ऋषभदेव के 84 गणधरों में 9 वें गणधर ।
सुषमा काल – Susamaa Kaala. Pleasant period of woridily cycle ( the 2nd of Avasarpini Kal & the 5th of Utsarpini Kal According to Jaina Philosoph) अवसर्पिणी के द्वितीय काल और उत्सर्पिणी के पंचम काल का नाम । इसमें मध्यम भाग भूमि रहती हैं एवं इसका समय 3 कोड़ाकोड़ी सागर का है। इस काल में…
सोमकीर्ति – Somakirti Name of saint of kashtha group,discipline of BHIMSEN. काष्ठासंघ की पट्टावली के अनुसार भीमसेन के शिष्य । प्रद्युम्न चरित्र, चारूदत्त चरित्र, यशोधर चरित्र, सप्तव्यसन कथा कृतियों के रचयिता । समय- ई0 1461-1483 ।
सोपक्रम आयुष्क -Sopakrama Aayuska. Thouse having untimely death due to poison etc. जीव के दो भेदों में एक भेद। जिनका विश भक्षण आदि निमित्त के द्वारा मरण संभव हे अर्थात् जिनका कदलीघात मरण या अकाल मृत्यु हो । जिनका आयुकर्म स्थिति से पहले ही उदीरणारूप हो जावें, वह सोपक्रम आयुष्क कहलाते है।