मालपूप!
मालपूप–Maalpuup. A special indian sweet dish, made up of wheat, flour, ghee & sugar. मालपुआ, एक प्रकार का मिष्ठान (नैवेघ)”
मालपूप–Maalpuup. A special indian sweet dish, made up of wheat, flour, ghee & sugar. मालपुआ, एक प्रकार का मिष्ठान (नैवेघ)”
सामायिक दंडक -Samayika Dandaka. An eulogical hymn to be pronounced before Chaitya Bhakti etc. in Samayik. सचायिक का एक कृतिकर्म सामायिक करने के चैत्यभक्ति एवं पंचगुरू की भक्त की प्रतिज्ञाा के पश्चात खडे़ होकर मुक्ताषुक्ति मुद्रा (दोनों हाथों को चिपकाकर हाथ जोडना) के साथ ण्मोंकार मंत्र एवं चत्तारि मंगल पाठ पढ़कर ’’अड्ढाइज्ज दीवदोषमुद्देषु……..“ इत्यादि जो…
मार्दव– Maardav. Humility, softness, modesty, To be prideless. घमण्ड रहित होना अर्थात विनम्र होना”
सासादन (गुणस्थान) – Sasadana (Gunasthana). The 2nd spiritual stage of development (with a type of downfall). प्रथमोपशम सम्यत्तव के काल में अधिक से अधिक 6 आवली और कम से कम एक समय शेष रहे उस समय किसी एक अनंतानुबंधी कषाय के उदय से सम्यत्तव की विराधना होने पर अवयक्त अतत्व श्रद्धान रूप परिणति। अर्थात् जीव…
मिथ्यात्व प्रत्यय– Mithyatv Pratyaya. False motive or reason of karmic bindings. कर्म बंध के 5 हेतुओ में एक हेतु यानिमित्त”
मित्रसेना– Mitrasena. Mother’s name of Lord Aranath. अमर्नाथ् भगवान के माता का नाम” अपरनाम मित्रा है”
मिथ्या कर्ता–कर्म– Mithya Karta–Karm. A false belief, believeing one as doer of physical Karmas. जीव को पुद्गल कर्मो का कर्ता या परिणमन करने वाला मानना”
माल्य– Malya. A city in the north of Vijyaradh mountain, A country of Bharat Kshetra western Arya khand (region). विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर, भरतक्षेत्र पश्चिम आर्यखण्ड का एक देश”
सार्वभौम – Saravhauma. Having to do with the whole world, universal (as Jain religion), Name of a chief interrogator in the assembly of Lord Mallinath. सरे संसार से संबंधित, जैनधर्म सार्वभौम कहलाता है क्योकि इसके सिद्धांत संसार के समस्त प्राणियों के लिए हितकारी है। तीर्थकर मल्लिनाथ के मुख्य श्रोता अर्थात् प्रश्नकर्ता।