अष्ट प्रातिहार्य!
अष्ट प्रातिहार्य 8 auspicious emblems (devices) related to Lord Arihant. छत्र, चमार, अशोक वृक्ष, दुन्दुभि, सिंघासन, भामंडल, दिव्याध्वनि, पुष्प वृष्टि ये आठ प्रातिहार्य तीर्थंकर केवली के होते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अष्ट प्रातिहार्य 8 auspicious emblems (devices) related to Lord Arihant. छत्र, चमार, अशोक वृक्ष, दुन्दुभि, सिंघासन, भामंडल, दिव्याध्वनि, पुष्प वृष्टि ये आठ प्रातिहार्य तीर्थंकर केवली के होते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अश्वत्थ The Peepal-holy fig-tree, Ficus religiosa. पीपल का वृक्ष ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
असंख्येयासंख्येय See – Asa´khyåtåsa´khyåta. देखें-असंख्यातासंख्यात।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अष्ट कर्म Name of eight karmas. ज्ञानावरण, दर्शनावरण, वेदनीय, मोहनीय, आयु, नाम,गोत्र और अन्तराय, ये आठ कर्म हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अश्व Horse, the significant mark of Jaina Lord Sambhavanath, One of the Chakravarti’s 14 jewels, Name of a planet. घोड़ा, संभवनाथ भागवान का चिन्ह,चक्रवर्ती के १४ रत्नों में से एक, एक नक्षत्र।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
असंचार Lack of affirmation. प्रतिपत्ति अर्थात् निश्चय का न होना (न्याय विषयक) ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
अष्टान्हिका A Jaina worshipping festival of 8 days, A particular type of devotional prayer . अनादिनिधन एक पर्व-जो कार्तिक, फाल्गुन व आषाढ के महीने में शुक्ल पक्ष की अष्टमी से पूर्णिमा तक आता है, जिसमे देवता नन्दीश्वर द्वीप में जाकर वहाँ के ५२ अकृत्रिम जिन मंदिरों में दिन रात पूजा करते हैं. श्रावकगण इस पर्व…