अर्हत्प्रवचन!
अर्हत्प्रवचन A treatise written by Prabhachandra. प्रभाचंद्र जी(ई.सन् ९५०-१०२०)द्वारा रचित तत्वार्थ विषयक एक ग्रन्थ । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अर्हत्प्रवचन A treatise written by Prabhachandra. प्रभाचंद्र जी(ई.सन् ९५०-१०२०)द्वारा रचित तत्वार्थ विषयक एक ग्रन्थ । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अर्पण भेद Great difference in the presentation. समर्पण भाव में भेद । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अर्हदत्त सेठ Father’s name of last ominiscient. अंतिम केवली श्री जम्बूस्वामी के पिटा । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अल्पतर बंध Lesser binding of Karmas. बंध का एक भेद- पहले बहुत कर्म प्रकृतियों को बंधे फिर कम को बाँध । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अवगाढ़ रुचि Deep predilection. सम्यग्दर्शन का एक भेद;द्वागशांग के साथ अंग बाह्य का अध्ययन करके जो दृढ सम्यग्दर्शन होता है। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अल्पसावद्य To make less sinful. असि,मसि अदि पाप बंध के कारण सावद्य को कम करना । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अलंकार Ornamentation or Ornament. आभूषण,भाषा सौंदर्य की एक विद्या । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
अर्धानशन A type of fasting austerity ; penance. एक अनशन ताप;एक बार भोजन या षष्ठम्,अष्टम आदि अनशन करना इसे ग्रहण और प्रतिसेवना काल में मुनि करते हैं । [[श्रेणी:शब्दकोष]]