सोमदेव (भट्टारक)!
सोमदेव (भट्टारक) – Somadeva (Bhattaraka). Name of a Bhattarak, the writer of ‘Vrihad Katha Sarit sagar’ वृहद् कथा सरित सागर के रचयिता एक भट्टारक । समय- ई0 1061-1081 ।
सोमदेव (भट्टारक) – Somadeva (Bhattaraka). Name of a Bhattarak, the writer of ‘Vrihad Katha Sarit sagar’ वृहद् कथा सरित सागर के रचयिता एक भट्टारक । समय- ई0 1061-1081 ।
सूक्ष्म कृष्टि – Suksma Krsti. Gradual destruction of Karmas. कर्मो के अनुभाग को घटाकर सूक्ष्म कर देना ।
सेवन -Sevana. Consumption of enmoyment. यह उपभोग परिग्रह भाव को प्राप्त नहीं होता ।
सूर्यमाल – Suryamala. Name of the 14th Vakshar mountain among all 16. 16 वक्षार पर्वतों में 14 वां वक्षार पर्वत । यह पशिचम विदेह क्षेत्र में नील पर्वत और सीतोदा नदी के मध्य स्थित है।
सुस्थित – Susthita. Name of a protecting peripatetic deity of Lavan ocean. लवण समुद्र का रक्षक व्यन्तर देव ।
सेनामुख –Senaamukha. A special form of army. सेना गणना के 8 भेदों में तीसरा भेद । इसमें 9 रथ, 9 हाथी, 27 घोडे और 45 पदाति सैनिक होते है।
सुषमा-दुषमा काल -Sushmaa-Dushamaa Kaal Pleasant & sorrowful long period of woridily cycle ( the 3nd of Avasarpini Kal & the 4th of Utsarpini Kal According to Jaina Philosoph) अवसर्पिणी के तृतीय काल और उत्सर्पिणी के चतुर्थ काल का नाम । इसका काल 2 कोड़ाकोड़ी सागर प्रमाण है। इस समय जघन्य भोगभूमि रहती है, इस समय…
सुशील – Susil. Of good character or disposition, amiable, modest, courteous. नैतिक या धार्मिक गुण अथवा अच्छे शील (चरित्र) वाला ।
सोमदेव – Somadeva. Name of a great logical philosopher. महातार्किक तथा राजनैतिक धर्माचार्य । नीति वाक्यामृत यशस्तिलक चम्पू, अध्यात्म तरंगिनी, युक्तिचिन्तामणिस्तव आदि कृतियों के कर्ता । समय ई0 943-968 ।
सूर्याचरण – Suryacharana. Another name of sumeru mountain. सुमेरू पर्वत का एक अपरनाम ।