सिद्धांतसार संग्रह!
सिद्धांतसार संग्रह -Siddhantasara Sangraha. Name of a book written by Acharya Narendrasena. आचार्य नरेन्द्रसेन (ई0 1098) द्वारा रचित तत्वार्थ प्ररूपक संस्कृत छंद बद्ध ग्रन्थ । इसमें 12 अधिकार व कुल 1924 श्लोक है।
सिद्धांतसार संग्रह -Siddhantasara Sangraha. Name of a book written by Acharya Narendrasena. आचार्य नरेन्द्रसेन (ई0 1098) द्वारा रचित तत्वार्थ प्ररूपक संस्कृत छंद बद्ध ग्रन्थ । इसमें 12 अधिकार व कुल 1924 श्लोक है।
सिद्धांत – Siddhanata. Principles, doctrines, theries, Philosophies. शास्त्र के अर्थ की संस्थिति किये गये अर्थ को सिद्धांत या सिद्धांत शास्त्र कहते है। प्रमाण द्वारा किसी बात को स्वीकार कर लेना सिद्धांत है।
सिद्धांतन कूट- Siddhant Kuta. Name of particular summits (having Jaina temples) situated at Varshadhar, Gajdant etc. mountains. मध्यलोक के 458 अकृत्रिम जिनालय या चैत्यालय सिद्धायतन कूट कहे जाते है। षट् कुलाचर्लो (पर्वतों), गजदन्त वक्षारगिरि आदि पर्वतों में प्रत्येक पर एक-एक सिद्धायतन कूट है, जिन पर स्वयं सिद्ध जिन प्रतिमाएं विराजमान है।
सिद्धसेन दिवाकर (आचार्य) – Siddasena Divakara (Acarya). Name of a great writer who is famous in both Digambar & Shvetambar sects. सन्मति सूत्र और कुछ द्वात्रिंषकायों के रचयिता । ये दिगम्बर-श्वेताम्बर दोनों आम्नाओं में प्रसिद्ध है। समय- वि0 625 । कुछ लोग कल्याण मंदिर स्तोत्र के रचियता कुमुदचन्द्र आचार्य का अपरनाम भी ’सिद्धसेन’ मानते है।
सिंधु नदी – Sindhu Nadi One of the 14 famous rivers of Bharat kshetra (region) भारत क्षेत्र की 14 प्रसिद्ध नदियों में एक नदी । जो हिमवान् पर्वत से निकलती है।
सिंहनिष्क्रीडित व्रत – Singhaniskridita Vrata. A type of particular and procedural vow. यह व्रत जघन्य, मध्यम व उत्कृष्ट के भेद से तीन प्रकार का हैं । विधि पूर्वक जघन्य तप में 60, मध्यम तप में, 153 उपवास एवं उत्कृष्ट तप में 496 उपवास किये जाते है।
सिकंदर – Sikamdara. A great warrior, the son of emperor Phillips Yunan & disciple of Arastu. यूनान के बादशाह फिलिप्स का पुत्र । अरस्तु का शिष्य, ई0 पू0 356 में इसका जन्म हुआ एवं ई0 पू0 323 में मृत्यु हुई ।
सामायिक प्रतिमा – Samayika Pratima. The third model stage ofspiritual development of householders among all 11 श्रावक की 11 प्रतिमाओं में तीसरी प्रतिमा । विधिपूर्वक तीनों संख्या कालों में सामायिक करने की प्रतिज्ञा लेना ।
मार्दव धर्म–Maardav Dhram. Pridelessness, modesty or humility. 10 धर्मो में दूसरा धर्म मन वचन काय की कोमलता मान के कारण मिलाने पर भी अहंकार न होना”
मिथिलापुरी– Mithilapuri. The birth place of Lord Mallinath & Naminath. भगवान मल्लिनाथ एवं नमिनाथ का जन्म स्थान” इसे राजा जनक की राजधानी भी माना गया है”