मिथ्यातप!
मिथ्या तप– Mithya Tap. False austerity. संसार का कारणभूत तप या आत्मज्ञान शून्य तप”
मिथ्या तप– Mithya Tap. False austerity. संसार का कारणभूत तप या आत्मज्ञान शून्य तप”
मार्ग– Maarg. Way, Channel, Method, Doctrine, Path of salavation, Atype of peripatetic deities. जिसके द्वारा मार्गण किया जाता है वह मार्ग अर्थातपथ कहलाता है” पथ, उपाय, मोक्षमार्ग, रत्नत्रयधर्म, तालगत गाधर्व का एक भेद”
[[श्रेणी: शब्दकोष]] सिंधु (देष)- Sindhu (Desa). A country of Bharat Kshetra north Arya Khand (region), the maternal place (Nanihal) of Lord Mahavira. भरत क्षेत्र उत्तर आर्य खण्ड का एक देष । प्राचीन आगम ग्रंथों के अनुसार वैषाली इस देष की राजधानी थी, जो भगवान महावीर की ननिहाल थी ।
मार्गिणी–Maargrini. Name of the chief ‘Aryika’ (Ganini) in the assembly of lord Naminath. नमिनाथ भगवान के समवसरण की मुख्य आय्रिका (गणिनी) का नाम” दूसरा नाम मंगिनी है”
सारर्द्धद्वव्य द्वीप प्रज्ञप्ति- Sarddhadvaya Dvipa Prajnapti. Name of a book written by Acharya Amitgati. मधवसेन के शिष्य आचार्य अमितगति द्वारा रचित एक ग्रथ । समय -ई॰ 983.1023 ।
मिश्र–Mishra. Name of the 3rd Gunsthan, A fault of food and hermitage of saint, mixed or associated one. तीसरे गुणस्थान का नाम, आहार एवं वसतिका का एक दोष, मिला हुआ, संयुक्त, मिलाया हुआ”
मित संभाषण– Mit Smbhashan. Worthful speech, substantial speech. अनर्थक बहुप्रलाप रहित वचन मित है” अर्थात्सीमित, सारगर्भित वचन बोलना”
मासिक धर्म– Masik Dharm. Menstruation (monthly impurity period of a woman). महीने से सम्बन्ध रखने वाली या प्रतिमास होने वाली स्त्रियों की प्राकृतिक अशुद्धि, जिसके कारण उसे पुष्पवती या रजस्वला कहते है”
सारसमुच्चय – Sarasamuccaya. Name of treastise written by Acharya Kulbhadra. आचार्य कुलभद्र (ई॰ 937) द्वारा रचित 328 श्लोकबद्ध एक तत्व प्रतिपादक ग्रथ ।