मालिनी!
मालिनी– Maalini. Name of a female divinity of Manibhadra deity. मणिभद्र नामक व्यंतर इंद्र की देवी का नाम”
मालिनी– Maalini. Name of a female divinity of Manibhadra deity. मणिभद्र नामक व्यंतर इंद्र की देवी का नाम”
मोक्ष बन्ध हेतुओं के अभाव और निर्जरा से सब कर्मो का आत्यन्तिक क्षय होना ही मोक्ष है। जब आत्मा कर्ममल (अष्टकर्म) कलंक (राग,द्वेष, मोह) और शरीर का अपने से सर्वथा जुदा कर देता है तब उसके जो अचिन्तय स्वभाविक ज्ञानादि गुणरूप और अव्याबाध सुखरूप सर्वथा विलक्षणस अवस्था उत्पन्न होती है उसे मोक्ष कहते है।
मित्रनंदी– Mitranandi. Name of the preceptor of Acharya Shivkoti, the writer of ‘Bhagvati Aradhna’. भगवती आराधना के कर्ता शिवकोटि आचार्य के गुरु”
साम्राज्य क्रिया -Samrajya Kriya. An auspicious activity, right sovereignty. 53 क्रियाओं में47 वीं क्रिया- शिष्टो का पालन व दुष्टों का निग्रह करने का तथा प्रेम व न्याय पूर्वक राज्य करने का उपदेष अपने आधीन राजाओं को देकर सुख पूर्वक राज्य करना। कत्रीन्वयादि 7 क्रियाओं में 5 वीं क्रिया -चक्रवर्ती का वैभव व राज्य की प्राप्ति…
सामायिक पाठ – Samayika Patha. Name of a eulogical hymn written by Acharya Amitgati. आचार्य अमितगति (ई॰ 983-1023)कृत 32 संस्कृत पद्यवद्ध समता भावरूप पाठ । यह सामायिकपाठ जैन श्रद्धालु भक्त वैसे तो बड़ी श्रद्धा के साथ पढ़ते हैं किन्तु आचारग्रन्थों ( अनगारधर्मामृत-आचारसार- मूलाचार आदि ) में सामायिकपाठ अपर नाम देववंदना की विधि अलग ही है…
सासादन सम्यग्दृष्टि – Sasadana Samyagdrsti. Right believer in the 2nd stage of spiritual development. उपषम- सम्यक्त्व से पतित होकर जीव जब तक मिथ्यात्व में नहीं आता तब तक उसे सासादन-सम्यग्दृष्टि जानना चाहिए । यह सासादन (सम्यक्त्व) नामक दूसरा गुणस्थान है।
मित्राग्नि– Mitragni. Name of the 15th chief disciple of Lord Adinath. भगवान आदिनाथ के 15वे गणधर का नाम”
मिथ्यादर्शन वाक्–Mithyadarshan Vaak. The speech which leads to the false way or path. सत्यप्रवाद पूर्व में कथित 12 प्रकार की भाषाओ में 12वी भाषा मिथ्यमर्ग का उपदेश करने वाली भाषा”
मिथ्याकार– Mithyaakar. A type of repentance for wrong deeds. औघिक समाचार के 10 भेदो में एक भेद; अतिचार होने रूप असुभ परिणामो में मिथ्या शब्द कहना”