मणिक्यराज!
मणिक्यराज Mankiyaraj Name of an Apbhransh poet & writer of Nagkumar Chiru. नागकुमार चरिउ के रचेता एक अपभ्रंश कवी”
मणिक्यराज Mankiyaraj Name of an Apbhransh poet & writer of Nagkumar Chiru. नागकुमार चरिउ के रचेता एक अपभ्रंश कवी”
मरुतचारणऋद्धि – Marutacaarana Rddhi A type of super natural power (related to movement in the air). जिस ऋद्धि के प्रभाव से साधु अनेक प्रकार की गति वाली वायु की प्रदेश पंक्ति पर पैर रखते हुए निबार्ध रूप से गमन करने में समर्थ होते हैं “
मशकसम श्रोता – Massakasama Mosquito type listeners (not on the right path). मच्छर के समान श्रोता “
मलौषध ऋद्धि – Malausadha Rddhi A type of super natural power (related to the body-filth beneficial to others). ऋद्धि ; जिसके प्रभाव से जिव्हा , ओठ , दांत, नासिका और श्रोत्र आदि का मल भी जीवों के रोगों को दूर करने वाला होता हैं “
मध्यस्थ भाव- Madhyastha Bhava view of equality or harmony. समता भाव ” तटस्थ भाव “
मरूदेवी – Marudevi Mother’s name of Lord Rishabhdev. भगवान ऋषभ देव की माता का नाम
परिग्रह त्याग अणुव्रत Limitation in ten special kinds of possessions. धन धान्यादि दश प्रकार के परिग्रह को मर्यादित करना।