आत्मगत!
आत्मगत Self – subjective. आत्मभूत लक्षणः जो स्वरूप वस्तु के स्वरूप में मिला हो।
आग्रेयी धारण A type of meditation (pertaining to fire conception for the burning of Karmas). पिण्डस्थ ध्यान की 5 धारणाओं में दूसरी धारणा इसमें कर्मों को जलाने की विधि का चिन्तन होता है।
आजीवक Trairashivad; an independent philoshphy. एक एकांत दर्शन जिसका मत त्रैराशिवाद एक स्वतंत्र दर्शन हो।
आज्ञा सम्यक्त्वार्य A type of right perception, who attain right perception by following the preaching of Lord Jinendra. आर्यों का एक प्रकार जो जिनेन्द्र भगवान के वचनों को ही आज्ञा मानकर सम्यग्दर्शन को प्राप्त करते हैं।
आचार्य परम्परा Sequence of disciples of Jain Acharya saints with starting from Gautam swami. गौतम स्वामी से लेकर आज तक चली आ रही आचार्यों की परम्परा।
आत्मनिष्ठ Concerned with the self subjective. आत्मस्थित, शुद्धात्मानुभूति, कृतकृत्य।
आचार्य निमंत्रण A respectful religious activity of inviting Pratishthacharya (consecrator) for performing various religious rites in Panchkalyanak Pratishtha, Vidhan etc. पंचकल्याणक प्रतिष्ठा एंव पूजन-विधान आदि के प्रारंभ में यजमान द्वारा प्रतिष्ठाचार्य को श्रीफल आदि देकर विशेष सम्मानपूर्वक पूजा-पाठ कराने का निवेदन करना।
आत्मद्रव्य Soul, A substitute name of Mokshmarg (path of salvation). जिसका लक्षण चेतना तथा ज्ञान दर्शन की उपलब्धि है, निश्चय मोक्षमार्ग के ऊपर नामों में एक नाम।
आज्ञा कनिष्ठता State of decline in scriptural knowledge (shrutgyan). श्रुतज्ञान में हीनता तथा असंयम की बहुलता होना।