श्री आचार्य वीरसागर की, ज्ञानवाटिका प्यारी!
श्री आचार्य वीरसागर की तर्ज-माई रे माई…….. श्री आचार्य वीरसागर की, ज्ञानवाटिका प्यारी। उनके ज्ञान पुष्प से तुम, महका लो अपनी क्यारी।। जय हो वीर सिन्धु की जय, जय हो वीर सिंधु की जय.।।टेक.।। सदी बीसवीं के श्री प्रथमाचार्य शान्तिसागर हैं। उनके प्रथम शिष्य व पट्टाचार्य वीरसागर हैं।। उनकी शिष्या ज्ञानमती जी…