कुण्डलपुर-नालंदा (गीत)!
कुण्डलपुर-नालंदा (गीत) जो भी आया कुण्डलपुर दरबार में, वो ही रोशन हो गया संसार में।।टेक.।। दृश्य मन मंदिर में तेरा आ रहा। नाम जपने से उजाला छा रहा।। यश चहुँ दिश में फैला तब हर द्वार में। जो भी आया कुण्डलपुर दरबार में।। चुुंबक से बढ़कर प्रभु तुझमें है शक्ती जभी भक्त जन करते हैं…