शांतिसिन्धु सूरिवर की वंदना करूँ!
शांतिसिन्धु सूरिवर तर्ज-धीरे धीरे बोल……… शांतिसिन्धु सूरिवर की वंदना करूँ, वंदना करूँ-गुरुवन्दना करूँ। वे प्रथमाचार्य महान थे, इस युग के लिए वरदान थे।। शांतिसिंधु…।।टेक.।। सन् उन्निस सौ पचपन में कुंथलगिरि, पर्वत पर अन्तिम समाधि घोषित करी। जन सागर उमड़ा कुंथलगिरि तीर्थ पर, लाखों जनता धन्य हुई गुरु दर्श कर।। वन्दन करूँ, सुमिरन करूँ,…