श्री गौतम गणधर वाणी भाग-2
श्री गौतम गणधर वाणी भाग 2 01. मंगलाचरण 02. सुदं मे आउस्संतो ! (श्रावक धर्म) प्राकृत एवं पद्यानुवाद 03. सुदं मे आउस्संतो ! (श्रावक धर्म) अमृतवर्षिणी टीका 04. “तत्थ पढमे अणुव्वदे थूलयडे 05. विदिए गुणव्वदे विविध 06. "तदिए गुणबडे भोगोपभोग 07. "विदिए पोसहवास 08. तदिये अतिथिसंविभागो 09. "से अभिमदजीवाजीव 10.‘‘णिस्संकिय—णिक्क्मखिय" 11. "भयवदा महंदि महावीरेण 12....