एम.ए.(पूर्वार्ध) इन जैनोलॉजी (प्रथम पत्र)
एम.ए.(पूर्वार्ध) इन जैनोलॉजी (प्रथम पत्र) अनादिकालीन जैनधर्म का ऐतिहासिक स्वरूप 01.1 जैनधर्म का मूल मंत्र - णमोकार महामंत्र 01.2 जैनधर्म की ऐतिहासिकता 01.3 जैनधर्म पूर्णतया आस्तिक धर्म है 01.4 वैदिक एवं श्रमण संस्कृति एक अनुशीलन जैनागम में वर्णित त्रेसठ शलाका पुरुष 02.1 भगवान ऋषभदेव 02.2 श्री अजितनाथ से महावीर पर्यंत तीर्थंकर परम्परा 02.3 बारह चक्रवर्ती...