10.2 जैन मुनि/आर्यिकाओं की वन्दना विनय के संदर्भ में कतिपय आगम प्रमाण
दि. जैन मुनि/आर्यिकाओं की वन्दना विनय के संदर्भ में कतिपय आगम प्रमाण भारतदेश की पवित्र वसुन्धरा पर जैनशासन के अनुसार मुनि-आर्यिका, क्षुल्लक-क्षुल्लिका रूप चतुर्विध संघ परम्परा की व्यवस्था अनादिकाल से चली आ रही है। उनमें जहाँ दिगम्बर मुनियों को धर्मेश्वर के अंश कहकर सम्बोधित किया गया है, वहीं आर्यिका माताओं को ‘‘सद्धर्मकन्या’’ संज्ञा प्रदान की…