02.87 पूजा नं.-87 ग्रह जिनालय पूजा
पूजा नं.-87 ग्रह जिनालय पूजा अथ स्थापन-शंभु छंद एकेक चंद्र के अट्ठासी-अट्ठासी ग्रह श्रुत में माने। ये ज्योतिर्वासी देव अर्ध गोलक विमान में सरधाने।। इन सब विमान में दिव्यकूट उन पर शाश्वत जिनमंदिर हैं। जिन प्रतिमा इकसौ आठ-आठ, जिन वंदन करें मुनीश्वर हैं।। ॐ ह्रीं मध्यलोके ग्रह विमानस्थितसंख्यातीतजिनालयजिनबिम्ब समूह! अत्र अवतर-अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं…