02.57 पूजा नं.-57 पूर्व पुष्करार्ध विदेहक्षेत्र तीर्थंकर पूजा
पूजा नं.-47 पूर्व पुष्करार्ध विदेहक्षेत्र तीर्थंकर पूजा अथ स्थापन-गीता छंद वर पूर्व पुष्कर अर्ध में जो पूर्व अपर विदेह हैं। उनमें सदा तीर्थेश विहरें भव्यजन सुखदेय हैं।। चंद्रबाहु श्रीभुजंगमय ईश्वर व नेमीप्रभ जिना। पूजूँ इन्हें आह्वानन कर पाऊँ अतुल सुख आपना।। ॐ ह्रीं पूर्वपुष्करार्धद्वीपसंबंधिपूर्वापरविदेहक्षेत्रस्थविहरमाणचंद्रबाहुभुजंगमईश्वर-नेमिप्रभनामचतुस्तीर्थंकर समूह! अत्र अवतर-अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं पूर्वपुष्करार्धद्वीपसंबंधिपूर्वापरविदेहक्षेत्रस्थविहरमाणचंद्रबाहुभुजंगमईश्वर-नेमिप्रभनामचतुस्तीर्थंकर समूह! अत्र तिष्ठ…