01. श्री ऋषभदेव स्तुति
श्री ऋषभदेव स्तुति -शंभुछंद- हे आदिनाथ! हे आदीश्वर! हे ऋषभ जिनेश्वर! नाभिललन! पुरुदेव! युगादि पुरुष ! ब्रह्मा, विधि और विधाता मुक्तिकरण।। मैं अगणित बार नमूँ तुमको, वन्दूँ ध्याउँ गुणगान करूँ। स्वात्मैक परम आनन्दमयी, सुज्ञान सुधा का पान करूँ।।१।। आषाढ़ वदी दुतिया तिथि थी, मरूदेवी गर्भ पधारे थे। श्री हृी धृति आदि देवियों ने, माता के…