06 .श्री षट्खण्डागम ग्रंथ स्तुति
श्री षट्खण्डागम ग्रंथ स्तुति वन्दन शत शत बार है, षट्खण्डागम ग्रंथराज को, वन्दन शत शत बार है। श्री सिद्धान्तसुचिन्तामणि टीका जिसमें साकार है।। वीर प्रभू के शासन का, सबसे पहला यह ग्रंथ है। लिखने वाले पुष्पदंत अरु, भूतबली निर्ग्रन्थ हैं। श्री धरसेनाचार्य से जिनको, मिला ज्ञान भण्डार है। षट्खण्डागम ग्रंथराज को, वंदन बारम्बार है।।१।। वीरसेन…