26. मन्दरमेरु संबंधि चौंतीस विजयार्ध जिनालय पूजा
(पूजा नं.26) मन्दरमेरु संबंधि चौंतीस विजयार्ध जिनालय पूजा —अथ स्थापना—गीता छंद— वर अर्ध पुष्करद्वीप में, जो मेरु मंदर नाम है। ताके सुपूरब अपर में, बत्तीस देश ललाम हैं।। दक्षिण सु उत्तर भरत ऐरावत कहे जो क्षेत्र हैं। चौंतीस इनके मध्य रूपाचल अकृत्रिम देह हैं।।१।। —दोहा— इनके चौंतिस जिनभवन, जिनप्रतिमा गुणखान। थापूं भक्ति समेत मैं, करो…