03. श्री शांतिनाथ पूजा
पूजा नं. 2 श्री शांतिनाथ पूजा स्थापना-गीता छंद जो गणधरों से वंद्य हैं बारह सभा के नाथ हैं। निज भक्त को संसार में करते सदैव सनाथ हैं।। उन शांतिनाथ जिनेंद्र को मैं आज पूजूँ भाव से। निज आत्म निधि की प्राप्ति हो अतएव थापूँ चाव से।।१।। ॐ ह्रीं अर्हं श्रीशांतिनाथतीर्थंकर! अत्र अवतर…