01. तेरहद्वीप वंदना
तेरहद्वीप वंदना -शंभु छंद- सिद्धों का वंदन भव्यों को, जग में सब सिद्धिप्रदाता है। अर्हंतदेव आचार्य उपाध्याय, सर्वसाधु सुखदाता हैं।। जिनधर्म जिनागम जिनप्रतिमा, जिनमंदिर भविजन हितकारी। इनकी भक्ती सब भव्यों को, संसार जलधि तारणहारी।।१।। श्री शांतिनाथ हैं सोलहवें, तीर्थंकर शांति विधाता हैं। पंचम चक्रेश्वर षट्खंडाधिप-सार्वभौम जग त्राता हैं।। बारहवें कामदेव सुंदर, त्रिभुवन में अद्भुत कामजयी।…