07. बड़ी जयमाला
बड़ी जयमाला जय जय तीर्थंकर बालयती, जय जय जय बाल ब्रह्मचारी। जय वासुपूज्य जय मल्लिनाथ, जय नेमिनाथ शिव सुखकारी। जय पार्श्वनाथ जय महावीर, पाँचों तीर्थंकर बालयती। मैं नमूं अनंतो बार नमूँ, पा जाऊँ पंचम सिद्धगती।।१।। आत्मा औ तनु के अन्तर को, कर तनु से निर्मम हो जाऊँ। मैं शुद्ध बुद्ध परमात्मा हूँ, यह समझ स्वयं…