06. सम्यक्चारित्र पूजा
सम्यक्चारित्र पूजा -स्थापना (शंभु छंद)- आत्मा की सब सावद्ययोग से, जब विरक्ति हो जाती है। वह त्याग की श्रेणी ही सम्यक्चारित्ररूप हो जाती है।। वह पंच महाव्रत पंचसमिति, त्रयगुप्ति सहित कहलाता है। तेरह प्रकार का यह चारित, शिवपद को प्राप्त कराता है।।१।। -दोहा- आह्वानन स्थापना, सन्निधिकरण महान। पूजन हेतू मैं यहाँ, आया हूँ भगवान।। ॐ…