10. पूर्वधातकीखण्ड धातकीवृक्ष-शाल्मलिवृक्ष
(पूजा नं. 8) पूर्वधातकीखण्ड धातकीवृक्ष-शाल्मलिवृक्ष जिनमंदिर पूजा अथ स्थापना (नरेन्द्र छंद) विजयमेरु के उत्तरकुरु में, वृक्ष धातकी सोहे। इसी मेरू के देवकुरू में, शाल्मलि तहँ मन मोहे।। इनकी एक-एक शाखा पर, जिनमंदिर सुखकारी। इन दो मंदिर की जिनप्रतिमा, पूजों अघतमहारी।।१।। दोहा- तरु के सब जिनराज की, आह्वानन विधि ठान। आवो आवो नाथ! अब, करो सकल…