05. नंदीश्वरद्वीप उत्तरदिश जिनालय पूजा
नंदीश्वरद्वीप उत्तरदिश जिनालय पूजा अथ स्थापना -गीता छंद- वरद्वीप नंदीश्वर सु उत्तर दिश त्रयोदश अचल हैं। अंजन दधीमुख रतिकरों पे, श्रीजिनेश्वर महल हैं।। प्रत्येक में जिनबिंब इकसौ आठ तिनकी थापना। बहुभक्ति से कर पूजहूँ, होवे तुरत हित आपना।।१।। ॐ ह्रीं श्रीनंदीश्वरद्वीपे उत्तरदिक्-त्रयोदशजिनालयस्थजिनबिंबसमूह! अत्र अवतर अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं श्रीनंदीश्वरद्वीपे उत्तरदिक्-त्रयोदशजिनालयस्थजिनबिंबसमूह! अत्र तिष्ठ तिष्ठ ठ:…