31. ज्योतिष्कदेव जिनालय पूजा
पूजा नं.-27 ज्योतिष्कदेव जिनालय पूजा -अथ स्थापना-शंभु छंद- पृथ्वी से सात शतक नब्बे, योजन ऊपर ज्योतिषसुर हैं। रवि शशि ग्रह नक्षत्र और तारे, ये पाँच भेद ज्योतिषसुर हैं।। सबके विमान में जिनमंदिर, मणिमय शाश्वत जिनप्रतिमाएँ। उनको आह्वानन कर पूजूँ, ये मोक्षमार्ग को दिखलाएँ।।१।। ॐ ह्रीं ज्योतिष्कदेवविमानस्थितसंख्यातीतजिनालयजिनबिम्बसमूह! अत्र अवतर अवतर संवौषट् आह्वाननं। …