03. अथ अष्टदलस्थापितजयादिदेवतार्चना
अथ अष्टदलस्थापितजयादिदेवतार्चना (अब अष्टदल कमल में स्थापित जया आदि आठ देवियों की क्रम से पूजा करना है। इन जयादि देवियों की पूजा के लिए एक थाल में पूजन सामग्री लेकर जिनेन्द्रदेव के चरण कमलों में अवतरणविधि करके अपने पास में रख लेवें। इसी सामग्री से देवियों की पूजा करें।) पुष्पांजलि:-नरेन्द्र छंद त्रिभुवन विजयी कामदेव को…