02.83 पूजा नं.-83 पिशाचदेव जिनालय पूजा
पूजा नं.-83 पिशाचदेव जिनालय पूजा अथ स्थापन-गीता छंद व्यंतर पिशाच सुरों यहाँ, जिन धाम शाश्वत भासते। मणिमय जिनेश्वर बिंब उनमें, सौम्य छवि से राजते।। आह्वानन कर मैं पूजहूँ, ये सर्व संकट टालते। गणधर मुनीश्वर वंद्य मंदिर, भक्त गण को पालते।।१।। ॐ ह्रीं पिशाचव्यंतरदेवभवनभवनपुरआवासस्थितसंख्यातीतजिनालयजिनबिम्ब समूह! अत्र अवतर-अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं पिशाचव्यंतरदेवभवनभवनपुरआवासस्थितसंख्यातीतजिनालयजिनबिम्ब समूह! अत्र तिष्ठ…