09. आचार्य श्री कुन्दकुन्द स्वामी की पूजन
आचार्य श्री कुन्दकुन्द स्वामी की पूजन रचयित्री-आर्यिका चन्दनामती (तर्ज-माता तु दया करके……..) गुरुवर तेरी पूजा ही, मुझे पूज्य बनाएगी। तेरी सौम्य सहज मुद्रा, मेरे मन में समाएगी।। हे कुन्दकुन्द स्वामी, तव आत्मा कुन्दन है। हे पद्मनन्दि स्वामी, तुमको मम वन्दन है।। यह पादवन्दना ही, मनकलियाँ खिलाएगी। गुरुवर तेरी पूजा ही, मुझे पूज्य बनाएगी।।१।। आह्वानन करके…