02.33 पूजा नं.-33 पूर्वधातकीखण्डद्वीप ऐरावतक्षेत्र भविष्यत् तीर्थंकर पूजा
पूजा नं.-33 पूर्वधातकीखण्डद्वीप ऐरावतक्षेत्र भविष्यत् तीर्थंकर पूजा अथ स्थापना-गीता छंद वर पूर्वधातकी द्वीप में, है क्षेत्र ऐरावत कहा। उसमें भविष्यत् तीर्थकर चौबीस होंगे दुखदहा।। मैं नित्य उनको भक्ति से, थापूं यहाँ अर्चन करूं। समयक्त्व क्षायिक प्राप्त हेतू नाथ पद वंदन करूँ।।१।। ॐ ह्रीं पूर्वधातकीखंडद्वीपसंबंधिऐरावतक्षेत्रस्थभविष्यत्कालीनचतुा\वशतितीर्थंकर समूह! अत्र अवतर-अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं पूर्वधातकीखंडद्वीपसंबंधिऐरावतक्षेत्रस्थभविष्यत्कालीनचतुा\वशतितीर्थंकर समूह! अत्र तिष्ठ…