01. पंचकल्याणक पूजा
पूजा नं.-1 पंचकल्याणक पूजा -स्थापना-अडिल्ल छंद- तीर्थंकर चौबीस तीर्थकर्ता कहे, मुनिगण सुरगण वंद्य मुक्तिभर्ता कहे। इनका गर्भकल्याणक उत्सव सुर करें, हम इन पूजें यहाँ स्थापन विधि करें।।१।। ॐ ह्रीं चतुर्विंशतितीर्थंकरगर्भकल्याणकसमूह! अत्र अवतर अवतर संवौषट् आहृवाननं। ॐ ह्रीं चतुर्विंशतितीर्थंकरगर्भकल्याणकसमूह! अत्र तिष्ठ तिष्ठ ठ: ठ: स्थापनं। ॐ ह्रीं चतुर्विंशतितीर्थंकरगर्भकल्याणकसमूह! अत्र मम सन्निहितो भव भव वषट् सन्निधीकरण्। -अथ…