02.3 पूजा नं.-3 असुरकुमार जिनालय पूजा
पूजा नं.-3 असुरकुमार जिनालय पूजा अथ स्थापना-नरेन्द्र छंद भवनवासि के दश भेदों में, असुरकुमार प्रथम हैं। इकने चौंसठ लाख भवन, उन बीचहिं कूट उतुंग हैं।। कूटों ऊपर शाश्वत स्वर्णिम, जिनमंदिर अभिरामा। आह्वानन कर पूजूँ नितप्रति, शीघ्र मिले शिवरामा।।१।। ॐ ह्रीं असुरकुमारदेवभवनस्थितचतु:षष्टिलक्षजिनालयजिनिंबब समूह! अत्र अवतर अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रीं असुरकुमारदेवभवनस्थितचतु:षष्टिलक्षजिनालयजिनिंबब समूह! अत्र तिष्ठ तिष्ठ ठ:…