शरीर
शरीर द्वारा-आर्यिका सुद्रष्टिमति माताजी प्र. ६१७ : शरीर का स्वरूप उदाहरण के द्वारा स्पष्ट कीजिए ? उत्तर : कविवर भूधरदासजी ने शरीर के स्वरूप का वर्णन करते हुये बताया है कि माता-पिता रजवीरज सों उपजी, सब धातु कुधातु भरी है। माखिन के पर माफिक बाहर चर्म की बेठन बेड़ धरी है। नाहि तो आय लगें…