भक्तामर मण्डल विधान की आरती
भक्तामर मण्डल विधान की आरती भक्तामर मण्डल विधान की, आरति करलो आज। आदि प्रभो के दर्शन से ही, बनते सारे काज।। ओ जिनवर हम सब उतारें तेरी आरती……..।।टेक.।। कृतयुग के हे प्रथम जिनेश्वर, जग के तुम निर्माता। अषि, मषि आदिक क्रिया बताकर, बन गये आदि विधाता।। ओ जिनवर हम सब उतारें तेरी आरती……..।।१।। कोड़ाकोड़ी वर्ष…