कथा महावीर भगवान की , भजन और आरती
कथा महावीर भगवान की , भजन और आरती तर्ज-अरे! जग जा रे चेतन नींद से….. सुनो! वीर कथा सब ध्यान से, महावीर की कथा निराली है। अपने पिछले भवों को संवारा, तब मिला तीर्थंकर पद प्यारा। सुनो पुरुरवा भील ही वीर बना, महावीर की कथा निराली है।।१।। जंगल में इक बार भील वह, घूम रहा…