कुलकरों की उत्पत्ति
कुलकरों की उत्पत्ति इस तृतीय काल के अंत में कुछ कम एक पल्योपम के आठवाँ भाग मात्र काल शेष रहता है तब ‘प्रतिश्रुति’ नामक प्रथम कुलकर जन्म लेता है। इसके शरीर का उत्सेध एक हजार आठ सौ धनुष, आयु पल्य के दसवें भाग प्रमाण और देवी स्वयंप्रभा नामक थी। उस समय समस्त भोगभूमिज लोग चंद्र…