भजन
“…भजन…” रचयित्री-प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका चन्दनामती तर्ज—दे दी हमें आजादी…… दे दी जगत को ज्ञानमती मात सी मिसाल। हे रत्नमती मात! तुमने कर दिया कमाल।। टेक.।। तुमको दहेज में मिला इक ग्रन्थ अनोखा। श्री पद्मनन्दिपंचिंवशती था अनूठा।। उस ग्रंथ के स्वाध्याय का रक्खा सदा ख्याल। हे रत्नमती मात तुमने कर दिया कमाल।।१।। संसार से विराग का उससे…