(चौबीसी नं. २७) पश्चिम पुष्करार्धद्वीप भरतक्षेत्र भविष्यत्कालीन तीर्थंकर स्तोत्र
(चौबीसी नं. २७) पश्चिम पुष्करार्धद्वीप भरतक्षेत्र भविष्यत्कालीन तीर्थंकर स्तोत्र -अडिल्ल छंद- पश्चिम पुष्कर भरतक्षेत्र मनमोहना। भाविकाल के तीर्थंकर से सोहना।। उन चौबीसों जिनवर का वंदन करूँ। आशा सरवर तुम वच से सूखा करूँ।।१।। -दोहा- नाथ! आप शिवपथ विघन, करते चकनाचूर। इसी हेतु मैं नित नमूँ, मिले आत्मरस पूर।।२।। -नरेन्द्र छंद- मन से संचित पाप उदयगत,…