तीनलोक की रचना
तीनलोक की रचना तीनलोक की रचना का आकार वर्तमान में जो जैन का प्रतीक चिह्न बनाया जाता है। आकार वही है। हाँ, उसमें ‘हाथ’ आदि चिह्न नहीं है।इसमें बीचों बीच में त्रसनाड़ी है। दो इंद्रिय से लेकर पंचेन्द्रिय तक ऊर्ध्वलोक, मध्यलोक और अधोलोक ये तीन भागों में विभक्त है। मनुष्य, देव, नारकी एवं पंचेन्द्रिय आदि…