जैन साधु परम्परा वंदना
जैन साधु परम्परा वंदना —दोहा— काल मोक्ष उपदेश का, मुनिगण श्लाघ्य महान। मन वच तन से नित नमूं, मिले सिद्धि अमलान।।१।। —नरेन्द्र छंद— जय जय ऋषभदेव तीर्थंकर, जय जय श्री महावीरा। जय जय जय चौबीस जिनेश्वर, जय जय मुनिगण धीरा।। जम्बूद्वीप के भरत क्षेत्र में, आर्यखण्ड छह भेदा। अठरा कोड़ाकोड़ी सागर कुछ१ कम में पुरुदेवा।।२।।…