शाश्वत तीर्थ अयोध्या पूजा
शाश्वत तीर्थ अयोध्या पूजा रचयित्री-गणिनी ज्ञानमती माताजी -अथ स्थापना- (तर्ज-गोमटेश, जय गोमटेश……) आदिनाथ, जय आदिनाथ, मम हृदय विराजो-२ हम यही भावना करते हैं। भावना करते हैं, ऐसा आने वाला कल हो। हो नगर नगर में प्रभु पूजा, सारी धरती भक्ति स्थल हो।।हम०।।१।। युग की आदि में इन्द्रराज ने, नगरि अयोध्या रचवाई। श्री नाभिराय मरुदेवि को…