भजन
भजन -प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका चंदनामती तर्ज—दमादम मस्त कलन्दर…….. कलश हाथों में लेकर, करूँ अभिषेक प्रभू पर, तीर्थंकर प्रभु करना कृपा अब मुझ पर, हे प्रभु मुझ पर-२ जयति जय जिनवर जिनवर-२।।टेक.।। जयरामा सुग्रीव के नन्दन, तीर्थंकर जिन सूर्य को वन्दन। जन्म लिया तो सुरगण आये हे जिनवर, नवम जिनेश्वर-२।। कलश……।।१।। काकन्दी नगरी के राजा, दीक्षा ले…