दश वृक्ष का वर्णन
दश वृक्ष का वर्णन जंबूद्वीप में बीचों बीच में सुदर्शनमेरु पर्वत है। इसके दक्षिण और उत्तर में देवकुरु और उत्तरकुरु नाम से दो उत्तम भोगभूमि हैं। पूर्व और पश्चिम में विदेह क्षेत्र हैं।। उत्तरकुरु भोगभूमि में जंबूवृक्ष है। यह अनादिनिधन पृथ्वीकायिक रत्नमयी है। फिर भी इनके पत्ते रत्नमयी होते हुए भी हवा के झकोरे से…