चैत्यप्रासादभूमि जिनालय पूजा
चैत्यप्रासादभूमि जिनालय पूजा अथ स्थापना—नरेन्द्र छंद चैत्य प्रासाद नाम भू पहली, धूलिसाल अभ्यंतर। पाँच पाँच प्रासाद एक इक, जिनमंदिर के अंतर।। तीर्थंकर ऊँचाई से ये, बारह गुणिते ऊँचे। जिनमंदिर जिन प्रतिमाओं को, आह्वानन कर पूजें।।१।। ॐ ह्रीं चतुर्विंशतितीर्थंकरसमवसरणस्थितचैत्यप्रासादभूमिसंबंधिजिन-मंदिरजिनप्रतिमासमूह! अत्र अवतर अवतर संवौषट् आह्वाननं। ॐ ह्रींचतुर्विंशतितीर्थंकररसमवसरणस्थितचैत्यप्रासादभूमिसंबंधिजिन-मंदिरजिनप्रतिमासमूह! अत्र तिष्ठ तिष्ठ ठ: ठ: स्थापनं। ॐ ह्रीं चतुर्विंशतितीर्थंकरसमवसरणस्थितचैत्यप्रासादभूमिसंबंधिजिन-मंदिरजिनप्रतिमासमूह! अत्र…